बंद करना

    हस्तकला या शिल्पकला

    विद्यालय में कला और शिल्प

    रचनात्मक कौशल का विकास: कला और शिल्प गतिविधियाँ विद्यार्थियों को अपनी कल्पना और रचनात्मकता को व्यक्त करने का अवसर देती हैं। इससे उनके सृजनात्मक विचार और नए दृष्टिकोण विकसित होते हैं।
    आत्म-अभिव्यक्ति: ये गतिविधियाँ विद्यार्थियों को अपनी भावनाओं और विचारों को अभिव्यक्त करने का एक माध्यम प्रदान करती हैं, जो उनके मानसिक और भावनात्मक विकास में सहायक होती हैं साथ ही मोटर कौशल: कला और शिल्प कार्य जैसे चित्रकला, कागज पर काम, और अन्य शिल्प गतिविधियाँ विद्यार्थियों के हाथ-आंख समन्वय और मोटर कौशल में सुधार करती हैं।
    सटीकता और धैर्य: छोटे और जटिल कार्यों के माध्यम से विद्यार्थियों में सटीकता, धैर्य, और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।